"सौरभ अपने दोस्त मुदित का हाथ खींचते हुए बाहर ले आया। फिर अपनी स्कूटी पर टेक लगाते हुए बोला, “क्या यार! मरवाएगा तू किसी दिन। घर के अंदर ये सब मत बोला कर। किसी ने सुन लिया तो सॉलिड कुटाई हो जानी है।” “ओह! चल अब बता न। कौन है ये?”