“तेरे मेडिकल कॉलेज जाने के कुछ दिन बाद ही उनका ट्रांसफर हो गया। तभी किसी से पूछते-पाछते ये दोनों लड़के आ गए। इन्हें भी एक बेडरूम सेट की ही जरूरत थी। मुझे और तेरे पापा को दोनों लड़के बातचीत में ठीक-ठाक लगे और वैसे भी दोनों की अभी नई-नई जॉब लगी है, किसी मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब करते हैं दोनों। फैमिलीवाला किराएदार ढूँढ़ने के चक्कर में पोर्शन खाली छोड़ देते तो नुकसान ही होता, यही सोचकर हमने इन दोनों को रख लिया। वैसे लड़के ठीक हैं, अपने काम-से-काम रखते हैं।”