Jeevani : Guru Amar Das Ji - (जीवनी - गुरु अमर दास जी) by Gurpreet Singh

Jeevani : Guru Amar Das Ji - (जीवनी - गुरु अमर दास जी)

By

  • Genre Biographies & Memoirs
  • Publisher Diamond Pocket Books Pvt Ltd
  • Released
  • Size 475.11 kB
  • Length 13 Pages

Description

मध्यकालीनभारतीयसमाज‘सामंतवादीसमाज’होनेकेकारणअनेकसामाजिकबुराइयोंसेग्रस्तथा।उससमयजाति-प्रथा,
ऊंच-नीच,कन्या-हत्या,सती-प्रथाजैसीअनेकबुराइयांसमाजमेंप्रचलितथीं।येबुराइयांसमाजकेस्वस्थविकासमेंअवरोध
बनकरखड़ीथीं।ऐसेकठिनसमयमेंगुरुअमरदासजीनेइनसामाजिककुरीतियोंकेविरुद्धबड़ाप्रभावशालीआंदोलनचलाया।
जाति-प्रथाएवंऊंच-नीचकोसमाप्तकरनेकेलिएगुरुजीनेलंगरप्रथाकोऔरसशत्तफ़किया।उसजमानेमेंभोजनकरनेके
लिएजातियोंकेअनुसार‘पांतें’लगाकरतीथीं,लेकिनगुरुजीनेसभीकेलिएएकहीपंगतमेंबैठकर‘लंगरछकना’(भोजन
करना)अनिवार्यकरदिया।

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