नया भारत गढ़ो (Hindi Self-help) by Swami Vivekanand

नया भारत गढ़ो (Hindi Self-help)

By

  • Genre Self-Improvement
  • Publisher Bhartiya Sahitya Inc.
  • Released
  • Length 87 Pages

Description

संसार हमारे देश का अत्यंत ऋणी है। यदि भिन्न-भिन्न देशों की तुलना की जाय तो मालूम होगा कि सारा संसार सहिष्णु एवं निरीह भारत का जितना ऋणी है उतना किसी और देश का नहीं।.... पुराने समय में और आजकल भी बहुत से अनोखे तत्त्व एक जाति से दूसरी जाति में पहुंचे हैं, और यह भी ठीक है कि किसी-किसी राष्ट्र की गतिशील जीवन तरंगों ने महान शक्तिशाली सत्य के बीजों को चारों ओर बिखेरा है। - स्वामी विवेकानन्द

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