कर्म और उसका रहस्य (Hindi Self-help) by Swami Vivekanand

कर्म और उसका रहस्य (Hindi Self-help)

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कुछ भी न मांगो, बदले में कोई चाह न रखो। तुम्हें जो कुछ देना हो, दे दो। वह तुम्हारे पास वापस आ जाएगा; लेकिन आज ही उसका विचार मत करो। वह हजार गुना होकर वापस आयेगा, पर तुम अपनी दृष्टि उधर मत रखो। देने की ताकत बैदा करो। दे दो और बस काम खत्म हो गया। - स्वामी विवेकानन्द

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