तुलसीदास कृत श्रीरामचरितमानस का पाँचवाँ अध्याय सुन्दरकाण्ड है। सुन्दरकाण्ड में श्रीहनुमानजी माता सीता की खोज में लंका जाते हैं। वहाँ माता सीता से मिलकर अशोक वाटिका में फल खाने के लिये जाते है। वहाँ रावण का एक पुत्र अक्षय कुमार उनको रोकने के लिये आता है और हनुमान जी द्वारा मारा जाता है। इसके उपरान्त रावम का दूसरा पुत्र मेघनाद आता है और उन्हें पकड़ कर रावण के दरबार में ले जाता है। रावण उनकी पूंछ में आग लगाने की आज्ञा देता है। पूंछ में लगी आग से हनुमानदी सारी लंका में आग लगा देते हैं और फिर वापस लौटकर श्री राम जी को वहां की सब सूचनाएं देते हैं। सुन्दरकाण्ड का नित्य पाठ करने से हनुमानजी अति प्रसन्न होते हें और अपने भक्त की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।